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राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² रामनरेश यादव के खिलाफ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤®à¤‚ घोटाले में à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° दरà¥à¤œ कराने पर राजà¥à¤¯ सरकार कायम है। सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ को दिठगठजवाब में सरकार ने कहा है कि उनके पास राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के खिलाफ à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° करने के परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ सबूत हैं। इसकी पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¥€ सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ के वरिषà¥à¤ अधिवकà¥à¤¤à¤¾ सौरठमिशà¥à¤°à¤¾ ने की है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा है कि राजà¥à¤¯ सरकार ने हाईकोरà¥à¤Ÿ में à¤à¥€ राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के खिलाफ की गई à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° को सही ठहराया था। इसी बात को राजà¥à¤¯ सरकार पà¥à¤°à¥€ ताकत के साथ सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ में à¤à¥€ रखेगी।
उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि à¤à¤¸à¤Ÿà¥€à¤à¤« ने जेल में बंद आरोपी नितिन महिंदà¥à¤°à¤¾ के बयान के आधार पर राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के खिलाफ वनरकà¥à¤·à¤• à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ परीकà¥à¤·à¤¾ में 5 लोगों को पास कराने के आरोप में 24 फरवरी 2015 को à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° दरà¥à¤œ की थी। उनके खिलाफ आईपीसी, à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° निरोधक कानून, à¤à¤®à¤ªà¥€ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ परीकà¥à¤·à¤¾ अधिनियम और सूचना पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी कानून के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨à¥ धाराओं में à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° दरà¥à¤œ हà¥à¤ˆ थी।
इस मामले में राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² को नितिन महिंदà¥à¤°à¤¾, पंकज तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ के साथ आरोपी नंबर 10 बनाया गया था। इस मामले में राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने संवैधानिक पद पर इमà¥à¤¯à¥‚निटी (संरकà¥à¤·à¤£) का हवाला देते हà¥à¤ हाईकोरà¥à¤Ÿ में à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ दी थी। राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने à¤à¤¸à¤Ÿà¥€à¤à¤« के हर आरोप को à¤à¥‚ठा करार दिया था। जिस पर हाईकोरà¥à¤Ÿ ने उनकी à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° खारिज कर दी थी। हाईकोरà¥à¤Ÿ के इस फैसले के खिलाफ अधिवकà¥à¤¤à¤¾ डॉ. संजय शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ ने सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ में याचिका दायर की है। जिस पर सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² और राजà¥à¤¯ सरकार से इस मामले में 4 सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में जवाब मांगा था।
इन आधारों पर मिली थी राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² को राहत
- हाईकोरà¥à¤Ÿ के चीफ जसà¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ à¤à¤à¤® खानविलकर और रोहित आरà¥à¤¯ ने 5 मई को राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के खिलाफ à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° रदà¥à¤¦ निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित आधार पर की ।
- à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° में आरोपी नंबर दस की फरà¥à¤œà¥€à¤µà¤¾à¥œà¥‡ में à¤à¥‚मिका का सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ उलà¥à¤²à¥‡à¤– नहीं किया गया है।
- सहआरोपी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सिरà¥à¤« इतनी जानकारी है कि राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने 5 लोगों की सिफारिश की थी।
- राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ को उनके कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² के दौरान संविधान के अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 361 में विशेषाधिकार है, इसलिठउन पर आपराधिक मà¥à¤•à¤¦à¤®à¤¾ नहीं चल सकता।
- यदि बहà¥à¤¤ जरूरी हो तो जांच करने वाला ऑफिसर, जांच टीम के हेड à¤à¤¡à¥€à¤œà¥€ के साथ राजà¤à¤µà¤¨ में जाकर बयान दरà¥à¤œ कर सकता है, ताकि राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² की गरिमा बरकरार रहे।
- à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° में आरोपी नंबर 10 का नाम हटाकर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ जांच आगे बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठसà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° है।
- राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² का कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² खतà¥à¤® होने के बाद यदि जरूरी हà¥à¤† तो रामेशà¥à¤µà¤° यादव के खिलाफ कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ कर सकती है।